
UP: हर घर तक शाखा पहुंचाने के लिए जुटे संघ प्रमुख मोहन भागवत, स्वयंसेवकों से की खास अपील

Mohan Bhagwat News: राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) के शताब्दी वर्ष को लेकर तैयारियों में जुटे संघ प्रमुख मोहन भागवत ने अलीगढ़ में शाखाओं के विस्तार का आह्वान किया है. उन्होंने कहा कि संघ का आधार ही शाखाएं हैं, और हमें इन्हें मजबूत बनाना है. उन्होंने सभी स्वयंसेवकों से अपील की कि वे अपने क्षेत्र में अधिक से अधिक शाखाएं लगवाने के लिए निरंतर प्रयास करें.
संघ प्रमुख शनिवार सुबह 7 बजे एचबी इंटर कॉलेज परिसर में लगी सनातन शाखा में पहुंचे, जहां उन्होंने स्वयंसेवकों को संबोधित किया. उन्होंने कहा कि सामाजिक समरसता और सभी जाति-वर्ग तक संघ की पहुंच आवश्यक है. उन्होंने कहा कि “भारत के समग्र विकास के लिए जरूरी है कि समाज के हर वर्ग तक संघ की विचारधारा पहुंचे.”
शताब्दी वर्ष पर शाखाएं बढ़ाने की योजना- भागवत
भागवत ने बताया कि वर्ष 2025 संघ का शताब्दी वर्ष है, क्योंकि संघ की स्थापना 1925 में हुई थी. इसलिए इस अवसर को एक महाअभियान के रूप में देखा जा रहा है, जिसमें हर ग्राम पंचायत तक शाखाएं शुरू करने का लक्ष्य रखा गया है. वर्तमान में देशभर में करीब 83,129 शाखाएं चल रही हैं, जिन्हें बढ़ाकर एक लाख तक पहुंचाने की योजना बनाई गई है.
अलीगढ़ में प्रवास के दौरान भागवत “हर घर संघ” अभियान की रणनीति पर चर्चा कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि हमें यह भी देखना होगा कि किन क्षेत्रों में संघ के लिए अनुकूल वातावरण नहीं है और वहां सेवा कार्यों के जरिए सहयोग व भरोसा कैसे बढ़ाया जा सकता है.
मोहन भागवत की स्वयंसेवकों से अपील
उन्होंने यह भी कहा कि कुछ राजनीतिक दल जातिवाद को लेकर समाज में भ्रम फैला रहे हैं, क्योंकि उनका मकसद केवल चुनावी लाभ लेना है. उन्होंने स्वयंसेवकों से अपील की कि वे सेवा, समरसता और संगठन के जरिए ऐसे तत्वों को जवाब दें.
शनिवार शाम 5 बजे संघ प्रमुख पंचनगरी, आगरा रोड स्थित बाल शाखा में भी शामिल होंगे. इसके पहले शुक्रवार को उन्होंने सन्नो देवी कन्या महाविद्यालय, केशव भवन परिसर में भी एक शाखा में भाग लिया था. संघ प्रमुख 17 अप्रैल से 21 अप्रैल तक ब्रज प्रांत के प्रवास पर हैं और इस दौरान अलीगढ़ के विभिन्न हिस्सों में संघ कार्यकर्ताओं और पदाधिकारियों से मुलाकात कर संगठन को मजबूत करने की रणनीति पर चर्चा कर रहे हैं.
किसने की थी संघ की स्थापना?
संघ की स्थापना 1925 में डॉक्टर केशव बलिराम हेडगेवार ने की थी. इसका मुख्य उद्देश्य भारत को संगठित, सशक्त और स्वावलंबी राष्ट्र बनाना है. शाखाओं के माध्यम से युवाओं को देशभक्ति, अनुशासन और सेवा के संस्कार दिए जाते हैं. शताब्दी वर्ष को लेकर चल रही तैयारियों के तहत अब हर गांव और हर घर तक शाखाओं को पहुंचाने का संकल्प लिया गया है.
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